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राजस्थानी दाल बाटी चूरमा की आसान व स्वादिष्ट रेसिपी (Easy and delicious recipe of Rajasthani Dal Baati Churm)


 दाल-बाटी के बारे में विस्तार से ;-

दाल-बाटी राजस्थान का एक पारंपरिक और लोकप्रिय व्यंजन है। यह खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत पसंद किया जाता है। दाल-बाटी को बनाने में थोड़ा समय लगता है, लेकिन इसका स्वाद इतना लाजवाब होता है कि आप इसे बनाना पसंद करेंगे।

दाल-बाटी के मुख्य घटक ;-

  •  दाल: आमतौर पर मूंग दाल और चना दाल का मिश्रण इस्तेमाल किया जाता है। इसे मसालों के साथ पकाकर गाढ़ा बनाया जाता है।
  • बाटी: गेहूं के आटे से बनी छोटी-छोटी गोलियां होती हैं। इन्हें घी में तलकर या तंदूर में पकाया जाता है।
  • चूरमा: यह बाटी के साथ परोसा जाने वाला एक मीठा व्यंजन होता है। इसे गेहूं के आटे, घी और मसालों से बनाया जाता है।

दाल-बाटी का महत्व ;-

दाल-बाटी सिर्फ एक व्यंजन नहीं बल्कि राजस्थानी संस्कृति का एक अहम हिस्सा है। इसे त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनाया जाता है। दाल-बाटी में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जो इसे एक संपूर्ण भोजन बनाती है।

दाल-बाटी के साथ क्या परोसा जाता है?

दाल-बाटी को आमतौर पर चूरमे के साथ परोसा जाता है। इसके अलावा आप इसे दही, प्याज की अचार या लहसुन की चटनी के साथ भी परोस सकते हैं।

दाल-बाटी की किस्में ;-

दाल-बाटी की कई किस्में हैं, जैसे कि:

  1.  मसाला बाटी: इसमें बाटी में मसाले मिलाए जाते हैं।
  2. बफला: यह बाटी की एक और किस्म है, जो थोड़ी नरम होती है।

दाल-बाटी के फायदे ;-

  1.  पौष्टिक: दाल-बाटी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और खनिज पदार्थ भरपूर मात्रा में होते हैं।
  2. स्वादिष्ट: दाल-बाटी का स्वाद बहुत ही लाजवाब होता है।
  3. पेट भरने वाला: दाल-बाटी एक पेट भरने वाला भोजन है।
  4. आसानी से उपलब्ध: दाल-बाटी के सभी सामग्री आसानी से उपलब्ध होते हैं।
  5. आप दाल-बाटी बनाने की विधि नीचे विस्तार से पढ़ सकते हैं।

दाल-बाटी बनाने की विस्तृत विधी ;- 

दालबाटी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक राजस्थानी व्यंजन है। इसे बनाने में थोड़ा समय लगता है, लेकिन स्वाद इतना लाजवाब होता है कि आप इसे बनाना पसंद करेंगे। आइये जानते है विस्तार से,,

सामग्री:

दाल के लिए:

 * मूंग दाल - 1 कप

 * चना दाल - 1/2 कप

 * टमाटर - 2

 * प्याज - 1

 * लहसुन - 5-6 कली

 * अदरक - 1 इंच

 * हरी मिर्च - 2

 * हींग - 1/4 चम्मच

 * जीरा - 1 चम्मच

 * धनिया पाउडर - 1 चम्मच

 * हल्दी पाउडर - 1/2 चम्मच

 * लाल मिर्च पाउडर - 1/2 चम्मच

 * गरम मसाला - 1/2 चम्मच

 * नमक - स्वादानुसार

 * घी - 2-3 चम्मच

 * पानी - आवश्यकतानुसार

 * हरा धनिया - बारीक कटा हुआ

बाटी के लिए:

 * गेहूं का आटा - 2 कप

 * सूजी - 1/2 कप

 * घी - 2-3 चम्मच

 * नमक - स्वादानुसार

 * बेकिंग सोडा - 1/4 चम्मच

 * पानी - आवश्यकतानुसार

विधि:

दाल बनाना:

 * मूंग दाल और चना दाल को धोकर 30 मिनट के लिए भिगो दें।

 * एक कुकर में भिगोई हुई दाल, टमाटर, प्याज, लहसुन, अदरक और हरी मिर्च डालकर 2-3 सीटी लगा लें।

 * कुकर का प्रेशर कम होने के बाद दाल को मिक्सी में पीस लें।

 * एक पैन में घी गरम करें और उसमें हींग, जीरा डालें।

 * पीसी हुई दाल को पैन में डालकर अच्छी तरह मिलाएं।

 * धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं।

 * थोड़ा सा पानी डालकर दाल को गाढ़ा होने तक पकाएं।

 * गैस बंद करने से पहले हरा धनिया डालकर मिला दें।

बाटी बनाना:

 * एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा, सूजी, घी और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं।

 * थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर मुलायम आटा गूंध लें।

 * आटे को 15-20 मिनट के लिए ढककर रख दें।

 * आटे के छोटे-छोटे गोले बना लें।

 * प्रत्येक गोले को हथेली से दबाकर थोड़ा सा चपटा करें।

 * एक कढ़ाई में थोड़ा सा घी गरम करें और बाटियों को धीमी आंच पर दोनों तरफ से सुनहरा होने तक भून लें।

 * आप चाहें तो बाटियों को ओवन में भी बेक कर सकते हैं।

सजाने और परोसने का तरीका:

 * एक थाली में गरमागरम दाल डालें और ऊपर से बाटियां रखें।

 * आप चाहें तो दही, चूरमा या प्याज की अचार के साथ भी परोस सकते हैं।

टिप्स:

 * दाल को गाढ़ा या पतला आप अपनी पसंद के अनुसार बना सकते हैं।

 * बाटियों को भूनते समय ध्यान रखें कि वे जल न जाएं।

 * आप बाटियों को आटे में लपेटकर भी भून सकते हैं।

यह विधि सिर्फ एक उदाहरण है, आप अपनी पसंद के अनुसार इसमें बदलाव कर सकते हैं।

अगर आपको और कोई जानकारी चाहिए तो पूछ सकते हैं।



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